मार्च 18, 2023

Motivational & Success Stories in Hindi- Best Real Life Inspirational Stories

Find the best motivational stories in hindi, inspirational story in hindi for success and more at hindifeeds.com

पारंपरिक बेंत की बुनाई को दिया है नया रूप, विदेशों से मिल चुके हैं कई अवॉर्ड्स

आज हम बात करने वाले हैं हैदराबाद की रहने वाली प्रियंका नरूला की जिन्होंने भारत में बुनाई की परंपरा को जीवित रखने के लिए वर्ष 2018 में “द विकर स्टोरी” की शुरुआत की थी।

प्रियंका नरूला अपनी कंपनी ‘द विकर स्टोरी’ ( The wicker Story ) के बारे में बात करते हुए बताती हैं कि हम इस कंपनी के जरिए कोशिश कर रहे हैं कि भारत की पुरानी पारंपरिक डिजाइन को और कई तरीकों से तैयार किए जाने वाले रतन फर्नीचर को नए आइडिया और सोच के साथ मिलाकर एक नई पहचान दी जाए।

प्रियंका नरूला कानपुर के एक रूढ़िवादी परिवार से पली बढ़ी है, प्रियंका बताती हैं कि वह पढ़ाई लिखाई करने की बहुत अधिक शौकीन थी परंतु काफी लंबे समय तक उन्हें यह बात पता ही नहीं हो पाई कि उन्हें करना क्या है।

आगे प्रियंका कहती हैं कि भले ही लंबे समय तक मुझे यह पता नहीं चल पाया कि मुझे आगे क्या करना है परंतु एक समय ऐसा आया जब मैंने यह तो सोच लिया था कि इंजीनियरिंग तो नहीं करनी है इसलिए मैंने आर्किटेक्चर के तरफ जाने का फैसला ले लिया।

इस दौरान प्रियंका ने आर्किटेक्चर की पढ़ाई शुरू कर दी इस दौरान उन्हें यह बात का पता चला कि उन्हें लोगों के साथ मिलना जुलना उनके डिजाइन और उनके अस्तित्व को समझना काफी अच्छा लगता है बस यही से “द विकर स्टोरी” की शुरुआत हुई।

क्यों है यह बिजनेस इतना खास

प्रियंका की कंपनी ‘द विकर स्टोरी’ मैं फर्नीचर को बनाने के लिए बेंत का इस्तेमाल एक प्रथम सामग्री के रूप में किया जाता है। प्रियंका कहती है कि बेंत तैयार किए गए रतन फर्नीचर कहीं भी आसानी से फिट हो जाते हैं और उस जगह की खूबसूरती भी बढ़ा देते हैं।

बेंत की खासियत के बारे में बताते हुए प्रियंका कहती हैं कि यह एक ऐसी सामग्री है जो फैशन से कभी बाहर नहीं जाएगी अर्थात इसके साथ काफी कुछ नया तैयार किया जा सकता है। आज प्रियंका की जीरोवेस्ट पद्धति से तैयार होने वाले फर्नीचर की मांग लंदन में भी पहुंच चुकी है।

बेंत से तैयार होने वाले रतन फर्नीचर को ही क्यों चुना

प्रियंका कहती है कि जब मैंने क्षेत्र में काम करना शुरू किया तो तब मैंने देखा कि हमारे भारत देश में कई ऐसी वस्तुकला है जिसे हम न्यू डिजाइन के साथ मिलाकर कुछ नया तैयार किया जा सकता है जिसकी मांग बाजारों में भी काफी अधिक होगी।

प्रियंका बताती है कि बहुत सारे डिजिटल प्रिंटिंग मैं काम करने के बाद एक कारीगर के साथ काम करके इस बात को महसूस किया कि कला और कौशल का कितना अधिक महत्व है, वह कहती हैं कि हमारे कारीगरों और शिल्पकारों के पास काफी पुराना कौशल था हमने नई तकनीकों को उनके साथ

मिलाकर अपना पहला प्रोडक्ट लॉन्च किया “IMLI” इमली की फली के आकार का एक बेंच जो सभी लोगों को उनके पुराने जमाने की यादों की ओर ले जाता था, यह देखने में भी काफी खूबसूरत और आरामदायक और मुलायम फर्नीचर था।

प्रियंका के रतन फर्नीचर ने जीते हैं कई अवार्ड

प्रियंका के ‘द विकर स्टोरी’ के प्रोडक्ट को भारतीय बाजारों में काफी अधिक पसंद किया जा रहा है और यह पुरानी परंपराओं को नए रूप से तैयार करके प्रियंका कई युवाओं के लिए मोटिवेशन भी बन रही है।

प्रियंका कहती है कि इसके बाद हमने अपने सामानों की विजिबिलिटी को बढ़ाने के लिए प्रदर्शनी लगानी शुरू कर दी इस दौरान हमारे फर्नीचर को वर्ष 2019 में ELLE DECO इंटरनेशनल डिज़ाइन अवॉर्ड्स से भी सम्मानित किया गया था।

इसके बाद उनकी कंपनी ने भारत में वर्ष 2022 में ट्रेंड डिजाइन अवॉर्ड जीता। इस दौरान प्रियंका कहती है कि इन सामानों और अवार्ड के तहत मेरे मन में कार्य को करने की और अधिक गति मिल गई।

आज प्रियंका के प्रोडक्ट भारत में इसके साथ ही साथ विदेशों में भी कई लोगों के द्वारा खरीदे जाते हैं प्रियंका कहते हैं कि मेरी कंपनी में काम करने वाले सभी शिल्पकार अपने कार्यों पर गर्व करते हैं क्योंकि उनकी कुशलता के कारण आज मेरी कंपनी ‘द विकर स्टोरी’ इतनी ऊंचाइयों को छू रही है।

प्रियंका ने पुराने बेंत का इस्तेमाल करके उसे नई तकनीक के साथ जोड़कर कामयाबी तो हासिल की है साथ ही साथ अपनी इस उत्तम सोच के लिए कई युवाओं की प्रेरणा भी बन रही है।

लेखिका :अमरजीत कौर

यह भी पढ़ें :

आइए जानते हैं किस प्रकार इस महिला ने अपनी हॉबी को बनाया अपना हुनर, आज हर महीने घर बैठे कमा ले रही हैं 75 हजार रुपए