आज के दौर में ऐसे कई सारे लोग हैं जो खेती में अपना कैरियर बना रहे हैं। कई लोगों ने तो अपनी नौकरी छोड़ कर खेती किसानी को शुरू कर रहे है।
आज हम आपको एक ऐसे किसान की कहानी बताए जा रहे हैं जो MBA Graduate हैं और गुजरात से ताल्लुक रखते हैं।
आज की यह कहानी है गुजरात के देवपुरा गांव के रहने वाले Chintan shah की, जो Organic Farming से खेती करके आज लाखों रुपए कमा रहे हैं। बात साल 2015 की है। उन्होंने 10 एकड़ जमीन खरीदी।
वह कम उपजाऊ एक तरह से बंजर जमीन थी, लेकिन उन्होंने उसे बंजर से उपजाऊ बना दिया और उसमें खेती कर रहे है।
आज उन्हें खेती से लाखों रुपए की कमाई हो रही है। वह अपनी इस जमीन पर अदरक, हल्दी, गेहूं जैसी फसलें उगा रहे हैं।
बता दें कि गुजरात का देवपूरा इलाका तम्बाकू की खेती के लिए मशहूर है लेकिन Chintan shah ने तंबाकू की खेती के बजाय फसलों उगा कर लोगों के लिए एक मिसाल बन कर उभर हैं।
Chintan shah 2011 में मुंबई से अपनी MBA की डिग्री पूरी की थी और अपने पारिवारिक बिजनेस टेक्सटाइल के बिजनेस में काम करने लगे थे ।
लेकिन कुछ वक्त बाद उन्होंने अपने पारिवारिक बिजनेस से अलग हो कर खेती के क्षेत्र में कुछ करने का फैसला किया।
इस बारे में गुजरात के Chintan shah बताते हैं कि कपड़ा व्यवसाय में उम्मीद के मुताबिक उन्हें मुनाफा नहीं हो रहा था।
तब उन्होंने बाजार में Organic Farming की बढ़ती मांग के चलते इसमें किस्मत आजमाने का फैसला किया। वह अपना व्यवसाय छोड़कर खेती में आ गए।
वह बताते हैं कि उनको छोटा भाई पार्थ नीदरलैंड में खेती कर रहा है। उन्होंने ही उन्हें बताया कि इस क्षेत्र में कैसे अन्य किसानों को जोड़ने में मदद मिलेगी और कैसे खेती में सफल हुआ जा सकता है।
अपने छोटे भाई पार्थ से चिंतन Organic Farming के बारे में फोन पर जानकारी लिये और कभी-कभी मिलने भी लगे। सोशल मीडिया समूह के जरिए अधिक से अधिक जानकारी हासिल की।
उन्होंने Organic Farming के बारे में तकनीकी जानकारी हासिल की। तकनीकी विशेषज्ञता और टेक्नोलॉजी की बेहतर समझ हासिल करने के लिए वह जैविक खेती की कई ग्रुप से जुड़ गये।
हालांकि उस समय Chintan shah के लिए सबसे बड़ी कठिनाई थी उनकी जमीन, क्योंकि उसकी जमीन कृषि के लिए उपयुक्त नहीं थी। लेकिन उन्होंने मेहनत की और अपनी जमीन को खेती लायक बना दिया।
वह बताते हैं एक साल में उन्होंने 7.5 एकड़ जमीन को समतल कर दिया। वहां पर 20 ऊंची ऊंची पहाड़ियां थी, और कई जगह गहरे गहरे गड्ढे बने हुए थे, जमीन को समतल करने की प्रक्रिया के दौरान उपजाऊ जमीन जो थोड़ी बहुत थी, वह नीचे चली गई।
खेती का शुरूआती सफर था मुश्किल
(The Initial Journey Of Farming Was Difficult) : –
Chintan shah बताते हैं कि वह मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने के लिए गाय के गोबर और जैविक खाद का प्रयोग कर रहे हैं, इसके अलावा जीवोमृत का भी इस्तेमाल उन्होंने किया।
शुरुआत में उन्होंने खेती के लिए हरी सब्जी, केला, बाजरा और हल्दी को उगाया था, लेकिन उन्हें इसमें इतनी सफलता नही मिली।
इस बारे में वह बताते हैं तंबाकू के क्षेत्र में सब्जी, चावल और बाजरा ज्यादा बोया जाता है। कुछ किसानों को संशय कि क्षेत्र में केले भी होंगे या नही?
तब उन्होंने इसके लिए प्रयास किया और उनका औसत उत्पाद 25 किलोग्राम तक पहुंच गया। बाजारे और सब्जियों के उत्पाद से उतना मुनाफ़ा नही हुआ।
लेकिन शुरुआती सफलता उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने मे मददगार रहा।Turmeric उगाने में सफलता के बाद Chintan shah ने अदरक और गेहूं का उत्पादन शुरू किया ।
लेकिन इस प्रक्रिया में समय ज्यादा लग गया, क्योंकि उनके साथ खेतों में काम करने वाले मजदूर जैविक खेती के अनुभवी नही थे।
इसके अलावा मिट्टी में बहुत अधिक कार्बनिक पदार्थ का प्रयोग होने के चलते खरपतवार ज्यादा होते थे। Organic Farming में रसायनों का प्रयोग नही किया जाता था।
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इसलिए उन्होंने खुद की अपनी बनाई खाद पर 4 महीने काम किया, जिससे लगभग 60 फ़ीसदी खरपतवार कम हो गए लेकिन शुरुआती गलतियों से उन्हें आर्थिक रूप से नुकसान हुआ।
लेकिन यह प्रक्रिया सीखने की प्रक्रिया थी। साल 2019 में Chintan shah को एक टन हल्दी, 300 किलो अदरक और 2.5 टन गेहूं का उत्पादन हुआ।
शुरू किया हल्दी का खुद का ब्रांड ( Started Own Brand Of Turmeric ): –
ग्राहकों की संख्या जब बढ़ने लगी तब चिंतन शाह ने Turmeric के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अपना ब्रांड Radhey Krishna Farm (राधे कृष्णा फार्म ) बना लिया।
पिछले 2 सालों से वह अपनी उपज को आनंद, वडोदरा, सूरत, मुंबई जैसे शहरों में बेच रहे हैं।Chintan shah के अनुसार उनके ज्यादा Turmeric बिक जाती है।
ग्राहक छोटी मात्रा में ही खरीदना पसंद करते हैं। कुछ हफ्तों पहले सैंपल ट्राई करते हैं इसलिए हमेशा कुछ न कुछ उनके पास तैयार रहता है।
वह बताते हैं कि इस तरह से वह सालाना सात लाख कमाते हैं। वह बताते हैं कि और ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए उन्हें इस पर और ज्यादा काम करना होगा।
सबसे पहले उन्हें मिट्टी की उर्वरकता को सुधारने की दिशा में काम करना है और बाकी शेष जमीन को भी समतल करना है।
वह बताते हैं कि जल्दी वह एक Organic Farmer के रूप में प्रमाणित होने वाले हैं। आज वह लगभग एक टन Turmeric का उत्पादन करते हैं।
लेकिन इस व्यवसाय में सफल बनने के लिए उन्हें अभी ज्यादा वक्त लगेगा। गेहूं की फसल के उत्पाद में के बारे में वह कहते हैं गेहूं में वैल्यू एडिशन करके इसे बेहतर दाम पर बेचा जा सकता है।
कीड़ों को नियंत्रित करने के लिए और जैव विविधता को बढ़ावा देने के लिए खेती की परिधि के आसपास वह औषधि पौधे भी लगाए हैं।
उन्हें उम्मीद है कि उनकी खेती की सुरक्षा के लिए पंछी कीड़े मकोड़ों को खाएंगे और आने वाले समय में यह औषधि पौधों नअतिरिक्त मुनाफा देने का काम करेंगे।
Chintan shah बताते हैं कि उनके क्षेत्र में लगभग 5 किसानों ने उनसे प्रेरणा लेकर हल्दी का उत्पादन करना शुरू किया है।
वह चाहते हैं कि ये किसान स्वतंत्र रूप से अपना खुद का ब्रांड बनाकर अपनी हल्दी को बेचे और सफलता हासिल करें।।
प्रेरणा (Inspiration From The Story ): –
Chintan shah की कहानी से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि पूरी निष्ठा के साथ यदि कोई काम किया जाता है तो धीरे-धीरे ही सही उसमें सफलता मिल जाती है और हमारी कामयाबी के द्वार खुल जाते हैं।