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एकेडमिक पढ़ाई में कभी अच्छे मार्क्स नहीं लाये लेकिन कड़ी मेहनत के बदौलत जुनैद बने IAS

Success story of IAS topper Junaid Ahmad
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Success story of IAS topper Junaid Ahmad:-

यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा पास करके आईएएस (IAS) ऑफिसर बनना लाखों करोड़ों युवाओं का सपना होता है। इस सपने को लेकर लाखों युवा हर साल दिल्ली का रुख करते हैं।

लेकिन कुछ ही कैंडिडेट होते हैं जिन्हें यह पद प्राप्त हो पाता है। ज्यादातर लोगों का मानना है कि यूपीएससी की परीक्षा सिर्फ वही लोग पास कर पाते हैं जिनका एजुकेशनल बैकग्राउंड बहुत अच्छा होता है।

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लेकिन आज ऐसे तमाम उदाहरण मौजूद है जो इस बात को साबित करते हैं कि यूपीएससी में जीरो से शुरुआत करके भी इंसान सफलता हासिल कर सकता है और अपना सपना पूरा कर सकता है।

आज हम जानेंगे यूपीएससी 2018 की परीक्षा में थर्ड रैंक प्राप्त करने वाले आईएएस ऑफिसर जुनैद अहमद की कहानी के बारे में, जो आज के युवाओं के लिए प्रेरणा दायक हो सकती है।

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 AMU से की पढ़ाई :-

जुनैद अहमद मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के एक बेहद छोटे कस्बे नगीना के रहने वाले हैं। उनके शुरुआती पढ़ाई यहीं पर हुई।

इसके बाद जुनैद आगे की पढ़ाई के लिए एएमयू में दाखिला लेते हैं और 12 वीं तक की पढ़ाई करते है। इसके बाद जुनैद ओपन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करते हैं।

जुनैद अपने पढ़ाई के के बारे में खास बात यह है कि ग्रेजुएशन तक उन्होंने कभी भी बहुत अच्छे नंबर नहीं लाए हैं। वह हमेशा एक औसत स्टूडेंट ही रहे हैं।

लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपना लक्ष्य यूपीएससी रखा और उसे हासिल भी किया और इस तरह से जुनैद ने अपना IAS बनने का सपना पूरा किया।

इस तरह हर रहा यूपीएससी का सफर :-

जुनेद ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद यूपीएससी की तैयारी में जुट जाते हैं। इसके लिए वह जामिया मिलिया इस्लामिया की रेजिडेंशियल कोचिंग ज्वाइन करते हैं।

यहां पर आकर जुनैद अपनी पढ़ाई जीरो से सुरु के यूपीएससी की तैयारी की शुरुआत  गंभीरता से शुरू कर देते हैं। लगातार तीन बार जुनैद को यूपीएससी परीक्षा में असफलता का सामना करना पड़ता है।

लेकिन असफलता से वह कभी हार नहीं माने। उन्होंने चौथे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की और 352 रैंक लाए। इस तरह से जुनैद को उनकी रैंक के हिसाब से आईआरएस सेवा के लिए चयन हो गया।

लेकिन जुनैद आईएएस बनना चाहते थे उन्होंने एक और प्रयास दिया और पांचवें प्रयास में वह तीसरी रैंक लाए और इस तरह से उनका आईएएस बनने का सपना पूरा हो गया।

दूसरे अभ्यर्थियों को सलाह :-

जुनैद का मानना है कि यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए अभ्यर्थियों में धैर्य होना बहुत जरूरी है।

कोई भी पहले दिन से ही यदि जीरो से शुरुआत करके इस परीक्षा की तैयारी में जुट जाते हैं तो यहां पर यह मायने नहीं रखता है कि आपका एजुकेशनल बैकग्राउंड किस तरह कर रहा है।

सफलता मिलती है। जुनैद का यह भी मानना है कि आजकल इंटरनेट पर ऐसी कई सारी सामग्रियां मौजूद है जिसकी मदद से अभ्यार्थी अपनी तैयारी शुरू कर सकते हैं। सही रणनीति और लगातार कोशिश से इस परीक्षा में सफलता हासिल की जा सकती है।

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