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IAS success story of Ansar Ahmad Shaikh

पिता चलाते थे ऑटो, मां करती थी मजदूरी, वेटर का काम करके भरी आईएएस की फीस, इस प्रकार हासिल की सफलता

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जैसे की हम सभी जानते हैं कि भारत की संघ लोक सेवा आयोग की कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने की उम्मीद लिए हर साल लाखों अभ्यार्थी इस परीक्षा में हिस्सा लेते हैं इस परीक्षा को देश की कठिन परीक्षा में से एक माना जाता है अर्थात कुछ गिने-चुने निपुण अभयार्थी ही अपने पहले प्रयास में इस परीक्षा में सक्षम हो पाते हैं।

इस परीक्षा में अपने पहले प्रयास में सक्षम होने वाले अभ्यार्थी कई युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में उभर आते हैं ।

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यूपीएससी की परीक्षा में हिस्सा लेने वाले अभ्यार्थी अपने सपने को पूरा करने की उम्मीद से कई सालों से इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने का प्रयास करने के लिए कोचिंग सेल्फ स्टडी और इंटरनेट का सहारा लेते हैं और खुद को निपुण बनाते हैं।

यूपीएससी की परीक्षा में पहले प्रयास में सफलता हासिल करने वाले अभ्यार्थी देश के कई युवाओं के लिए एक मिसाल के रूप में आगे आते हैं।

साथ ही साथ कई अभ्यर्थी ऐसे भी होते हैं जो असफलताओं से हार मान लेते हैं और कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो लगातार असफलता हासिल होने के बावजूद भी लगातार असफलताओं से सीख लेकर  सफलता हासिल करने का प्रयत्न करते हैं।

कुछ इसी प्रकार के अभ्यर्थियों में से एक है अंसार अहमद शेख , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि अंसार अहमद शेख उन अभ्यर्थियों में से एक है जो कड़ी मेहनत और लगन के बल पर अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी जैसी कड़ी परीक्षा में सफलता हासिल कर लेते हैं अर्थात अंसार अहमद शेख ने वर्ष 2015 में होने वाली यूपीएससी की परीक्षा में 371 वी रैंक हासिल की है ।

परिचय

अंसार अहमद शेख मूल रूप से महाराष्ट्र के जालना जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं , बचपन से ही अंसार पढ़ाई में काफी अव्वल रहे परंतु परिवार की स्थितियों के कारण उन्हें पढ़ाई छोड़ने की नौबत आ गई थी परिवार की स्थितियां इतनी खराब थी कि उनके रिश्तेदार और उनके पिता ने भी उन्हें पढ़ाई छोड़ने के लिए कहा था ।

12 वीं में हासिल किए थे 91%

खबरों से पता चला है कि जब परिवार की स्थितियों के कारण अंसार अहमद से की पढ़ाई छोड़ने की बात आई तो उनके पिता उनके स्कूल पहुंच गए परंतु स्कूल के शिक्षक ने पिता को समझाया कि अंसार पढ़ने में काफी अव्वल है ।

इस दौरान फिर उनके पिता समझ गए और कुछ समय बाद ही अंसार ने दसवीं परीक्षा दी इसके कुछ समय बाद ही अंसार अहमद शेख ने 12वीं की परीक्षा दी और 12वीं की परीक्षा में काफी अच्छे नंबर 91 प्रतिशत हासिल किए उसके बाद परिवार वालों ने भी प्रसन्न होकर उन्हें पढ़ाई करने से कभी नहीं रोका ।

पिता चलाते थे ऑटो

जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि अंसार अहमद शेख के पिता ऑटो चलाते थे और उनकी माता खेतो में जाकर मजदूरी किया करती थी इस दौरान अंसार के पिता प्रतिदिन केवल डेढ़ सौ रुपया कमा पाते थे इससे पूरा परिवार का खर्च चलाना काफी मुश्किल हो जाता था और साथ ही साथ उनकी पढ़ाई का खर्च नहीं निकल पाता था ।

पढ़ाई का खर्च के लिए की वेटर की नौकरी

12वीं में अव्वल नंबर हासिल करने के बाद अंसार अहमद शेख ने अपनी आगे की पढ़ाई के लिए पुणे के फर्गुसन कॉलेज मैं राजनीति विज्ञान के विषय में पढ़ाई करनी शुरू की ।

इस दौरान उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद यूपीएससी की तैयारी का निश्चय किया परंतु वह अपनी पढ़ाई के लिए अधिक पैसे नहीं जुटा पाते थे इसलिए उन्होंने एक होटल में बतौर वेटर नौकरी करनी शुरू की , और इसके साथ ही साथ यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी भी किया करते थे ।

इस प्रकार हासिल की यूपीएससी की परीक्षा में सफलता

अंसार अहमद शेख की कड़ी मेहनत और लगन के सामने सभी परिस्थितियों और मुसीबत ने हार मान ली और लगातार कड़ी मेहनत से यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी के बाद जब अंसार ने यूपीएससी की परीक्षा में अपना पहला प्रयास किया तो उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही वर्ष 2015 में भारत द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा में ऑल ओवर इंडिया में 371 वी रैंक हासिल करके अपने आईएएस बनने के सपने को पूरा किया है ।

 

लेखिका : अमरजीत कौर

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