आजकल की युवा पीढ़ी को अपने घर के बुजुर्गों माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नानी का विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि उन्होंने हमारे लिए बहुत संघर्ष किया है। हमें जीवन में आगे बढ़ाने के लिए कामयाब बनाने के लिए रात-दिन एक कर दिया है।
कई बार वर्तमान की नई पीढ़ी अपनी आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए अपने बड़ों का भी अपमान कर देती है जो कहीं से भी उचित नहीं है।
हमारे बुजुर्गों ने जैसे हमारी परवरिश की स्नेह से पाला-पोषा हर जरूरतें पूरी की अब हमारा भी दायित्व बनता है उनका हर तरह से ख्याल रखें उनकी भावनाओं को समझकर स्नेह पूर्ण व्यवहार करें।
हमें बड़ों की बातों का बुरा नहीं मानना चाहिए हमारे बुजुर्ग हमेशा हमारा भला ही सोचते हैं। मुझे बड़ा कष्ट होता है जब आजकल के बच्चे घर के बुजुर्गों का अपमान करते हैं उन्हें इस अवस्था में अकेला छोड़ देते हैं जब उन्हें हमारी सबसे अधिक आवश्यकता होती है।
हमारे माता-पिता ने अपना फर्ज निभाया हमें पढ़ाया-लिखाया काबिल बनाया अब हमारा भी फर्ज है कि हम भी उनको कोई तकलीफ न होने दें उनकी हर जरूरतों का विशेष ख्याल रखें।
बीएल भूरा
भाबरा जिला अलीराजपुर मध्यप्रदेश
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