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Noida Alia Wasim mini hill station

आइए जानते हैं महिला के बारे मे जिसने कंक्रीट के जंगलों में 3 हजार पेड़ पौधों से तैयार किया है मिनी हिल स्टेशन

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आज हम बात करने वाले हैं आलिया वसीम  के बारे , आलिया वसीन मूल रूप से नोएडा कोडईकनाल की रहने वाली है , आलिया ने अपने नोएडा के घर को एक मिनी हिल स्टेशन में बदल दिया है इसमें वह कई तरह के फल , फूल, पौधे उगाती है ।

50 वर्षीय आलिया बताती है कि जब वह 20 साल पहले अपार्टमेंट में रहा करती थी उस वक्त अपार्टमेंट में सीमित जगह थी और इसके साथ ही साथ कई रूल रेगुलेशन भी थे , आलिया शुरू से ही पेड़ पौधों से काफी लगाव रखती थी इस कारण ही उन्होंने अपने अपार्टमेंट में 15 पौधे लगाए थे ।

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हालांकि अपार्टमेंट में रहने के बाद करीब 5 वर्ष के बाद वह अपने वर्तमान घर में गई और यह वर्तमान घर उनके लिए एक नया अवसर बनकर सामने आया क्योंकि यहां पर आसपास में किसी भी तरह की हरियाली नहीं थी और सीमित जगह भी थी जहां वह एक नई शुरुआत कर सकती थी , आज आलिया के घर के आस-पास 3 हजार से अधिक पेड़ पौधे हैं , आस पास शायद ही कोई ऐसी जगह होगी जहां पर हरियाली नहीं होगी आसपास के पूरे क्षेत्र में हरियाली फैली हुई है ।

जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि आलिया का पालन पोषण सुरम्य में हिल स्टेशन कोडईकनाल मैं हुआ था , आलिया को बचपन से ही पेड़ पौधे से काफी प्यार था इसका पहला कारण यह था कि आलिया के माता-पिता भी बागवानी के प्रति काफी प्रोत्साहित थे इसी कारणवश आलिया का भी बागवानी में काफी अधिक रूचि था यही कारण है कि आलिया ने अपने बचपन का अधिक समय 28 एकड़ के खेतों में पेड़ पौधों की बहुलता के बीच में बिताया है ।

बातचीत के दौरान आलिया बताती हैं कि मुझे गर्मी और प्रदूषण की आदत नहीं थी परंतु जब मैं शहर आए तो मुझे गर्मी और प्रदूषण का एहसास हुआ इस दौरान मैं अपने घर की पेड़ों की छाया को काफी याद करती थी परंतु आज मैं अपने घर के आसपास 3 हजार से अधिक पेड़ पौधे लगा चुकी हूं इस दौरान जब हम घर से बाहर निकलते हैं तो स्वर्ग का एहसास होता है ।

घरेलू कचरे से तैयार करती हैं जैविक खाद

आलिया बताती हैं कि वह अपने गार्डन का रखरखाव पूरे नेचुरल तरीके से करती है इस दौरान वह जैविक खाद का उपयोग करती हैं , आलिया अपने गार्डन के लिए नेचुरल खाद अपने घर पर ही तैयार करती हैं , आलिया कहती हैं कि नेचुरल खाद को तैयार करने के लिए घर के कचरा को एक गड्ढे में रखा है इसके साथ ही साथ वह आसपास के दुकानदारों से अंडे और फलों का कचरे को लेकर भी इस गड्ढे में एकत्रित करती हैं ।

आलिया बताती है कि घरेलू खाद पौधों की वृद्धि और पैदावार को बढ़ने में मदद करती है, चाहे वह फल हो फूल हो या फिर किसी प्रकार की सब्जी का पौधा । आप सभी को आलिया के बागान में अमरूद , चीकू, अनार सहित पपीते , मौसमी सब्जियां और रोजमर्रा के उपयोग में आने वाली भिंडी, टमाटर , शिमला मिर्च भी मिल जाएंगे ।

आलिया बताती हैं कि उनके पति नोएडा में एक तार बनाने वाली फैक्ट्री के मालिक हैं , और उनके पति भी फैक्ट्री में पौधे लगाते हैं और घर की खाद का उपयोग करते हैं, इसके साथ ही साथ आलिया कहती हैं कि उन्होंने अपने बागान में 3 हजार से अधिक पौधे उगाए हैं परंतु उनका पसंदीदा पौधा बोगनविलिया है इसलिए उन्होंने अपने इस बागान में इस पौधे की प्रजाति के 12 से अधिक लोग आए हैं ।

आलिया कहती है कि ऐसे तो अपने गार्डन की देखभाल में स्वयं करती हूं परंतु फिर भी एक माली मेरी सहायता करता है और दिन में 2 से 3 घंटे गार्डन का देखभाल करता है , आलिया कहती है कि इतनी अधिक गर्मी होने के बावजूद भी अब घर में ठंडक महसूस होती है ताजी हवा आती है इसके साथ ही साथ हमारा यह मिनी हिल स्टेशन मैं पौधों की अधिकता के कारण प्रदूषण भी कम होता है ।

 

लेखिका : अमरजीत कौर

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